| 1. | प्रेमचंद, नागार्जुन खेतिहर समाज के रचनाकार हैं।
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| 2. | प्रेमचंद, नागार्जुन खेतिहर समाज के रचनाकार हैं।
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| 3. | यानी रेगिस्तान में खेतिहर समाज की कल्पना।
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| 4. | खेतिहर समाज के पिता ऐसे ही हुआ करते हैं।
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| 5. | ‘ज़िंदगी नामा ' की भाषा खेतिहर समाज में उभरी है.
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| 6. | प्रेमचंद, नागार्जुन खेतिहर समाज के रचनाकार हैं।
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| 7. | खेतिहर समाज के पिता ऐसे ही हुआ करते हैं।
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| 8. | पूंजीवाद के पहले के सभी समाज मूलत: खेतिहर समाज थे।
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| 9. | पूंजीवाद के पहले के सभी समाज मूलत: खेतिहर समाज थे।
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| 10. | यज्ञ भी खेतिहर समाज के लिए उस समय एक जरूरी क्रिया थी।
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